एक महानायक ने अपने शहर को दिन रात अपना खून पसीना बहा कर, अपना चैनों सकून लुटा कर संवारा और अपने शहर वासियों को सम्पूर्ण सुरक्षा प्रदान की. नीली पीली पोशाकधारी यह महानायक था सुपर कमांडो ध्रुव. ध्रुव जो कभी राजनगर की गलियों में फर्राटे से अपनी बाइक दौड़ाता था आज उसी ध्रुव की सफेद प्रतिमा राजनगर के एक चौराहे पर स्थापित है. क्या हुआ तब जब यह महानायक म्रत्यु को प्राप्त हुआ? क्या ध्रुव का स्थान लेने के लिए कोई नया महानायक आ गया या उसका शहर खलनायकों द्वारा उजाड़ दिया गया?
एक महानायक ने अपने शहर को दिन रात अपना खून पसीना बहा कर, अपना चैनों सकून लुटा कर संवारा और अपने शहर वासियों को सम्पूर्ण सुरक्षा प्रदान की. नीली पीली पोशाकधारी यह महानायक था सुपर कमांडो ध्रुव. ध्रुव जो कभी राजनगर की गलियों में फर्राटे से अपनी बाइक दौड़ाता था आज उसी ध्रुव की सफेद प्रतिमा राजनगर के एक चौराहे पर स्थापित है. क्या हुआ तब जब यह महानायक म्रत्यु को प्राप्त हुआ? क्या ध्रुव का स्थान लेने के लिए कोई नया महानायक आ गया या उसका शहर खलनायकों द्वारा उजाड़ दिया गया?