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Durga Saptsti Path Vidhi Sahit Mool, Code 1567, Sanskrit, Gita Press Gorakhpur (Official) (Hindi Edition)

Durga Saptsti Path Vidhi Sahit Mool, Code 1567, Sanskrit, Gita Press Gorakhpur (Official) (Hindi Edition)

Gita Press Gorakhpur
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श्री दुर्गासप्तशती मूल - दुर्गासप्तशती हिन्दू-धर्मका सर्वमान्य ग्रन्थ है। इसमें भगवतीकी कृपाके सुन्दर इतिहासके साथ अनेक गूढ़ रहस्य भरे हैं। सकाम भक्त इस ग्रन्थका श्रद्धापूर्वक पाठ करके कामनासिद्धि तथा निष्काम भक्त दुर्लभ मोक्ष प्राप्त करते हैं। इस पुस्तकमें पाठ करनेकी प्रामाणिक विधि, कवच, अर्गला, कीलक, वैदिक, तान्त्रिक रात्रिसूक्त, देव्यथर्वशीर्ष, नवार्णविधि, मूल पाठ, दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र, श्रीदुर्गामानसपूजा, तीनों रहस्य, क्षमा-प्रार्थना सिद्धिकुञ्जिकास्तोत्र, पाठके विभिन्न प्रयोग तथा आरती दी गयी है।
Language
Hindi
Pages
229
Format
Kindle Edition
Release
December 20, 2017

Durga Saptsti Path Vidhi Sahit Mool, Code 1567, Sanskrit, Gita Press Gorakhpur (Official) (Hindi Edition)

Gita Press Gorakhpur
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श्री दुर्गासप्तशती मूल - दुर्गासप्तशती हिन्दू-धर्मका सर्वमान्य ग्रन्थ है। इसमें भगवतीकी कृपाके सुन्दर इतिहासके साथ अनेक गूढ़ रहस्य भरे हैं। सकाम भक्त इस ग्रन्थका श्रद्धापूर्वक पाठ करके कामनासिद्धि तथा निष्काम भक्त दुर्लभ मोक्ष प्राप्त करते हैं। इस पुस्तकमें पाठ करनेकी प्रामाणिक विधि, कवच, अर्गला, कीलक, वैदिक, तान्त्रिक रात्रिसूक्त, देव्यथर्वशीर्ष, नवार्णविधि, मूल पाठ, दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र, श्रीदुर्गामानसपूजा, तीनों रहस्य, क्षमा-प्रार्थना सिद्धिकुञ्जिकास्तोत्र, पाठके विभिन्न प्रयोग तथा आरती दी गयी है।
Language
Hindi
Pages
229
Format
Kindle Edition
Release
December 20, 2017

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