यह एक प्रचंड और प्रवाही रचना है श्री गुरुचरित्र त्रिमूर्ति के अवतार श्री गुरु दत्तात्रेय की जीवनी है। इसमें दत्तात्रेय के अवतार श्रीपाद श्रीवल्लभ और श्री गुरु नरसिंह सरस्वती के विलक्षण जीवनका वर्णन है तथा इस ग्रन्थ में गुरु के महत्त्व पर नामधारक और सिद्ध मुनि के बीच हुए वार्तालाप के रूप में प्रकाश आदि डाला गया है। 448 पेज में प्रस्तुत है श्री गुरु चरित्र, 52 अध्याय के रूप मराठी में ।
यह एक प्रचंड और प्रवाही रचना है श्री गुरुचरित्र त्रिमूर्ति के अवतार श्री गुरु दत्तात्रेय की जीवनी है। इसमें दत्तात्रेय के अवतार श्रीपाद श्रीवल्लभ और श्री गुरु नरसिंह सरस्वती के विलक्षण जीवनका वर्णन है तथा इस ग्रन्थ में गुरु के महत्त्व पर नामधारक और सिद्ध मुनि के बीच हुए वार्तालाप के रूप में प्रकाश आदि डाला गया है। 448 पेज में प्रस्तुत है श्री गुरु चरित्र, 52 अध्याय के रूप मराठी में ।